आँखों की देखभाल कैसे करें अपने घर पर, कुछ आसान सी जानकारी से आप ज़िन्दगी भर चश्मा को हाथ नहीं लगायेंगे, आइये जानते हैं आँखों की देखभाल कैसे करें hindi में


हेल्लो दोस्तों, ये दुनिया कितनी रंगीन है, और इसमें रंग -बिरंगी न जाने कितनी वस्तुएं हैं. आज जो कुछ भी चारो तरफ है, हम उसे आसानी से देख सकते हैं. और ये सब मुमकिन होता है हमारी आँखों से, और जरा सोचिये जिनकी आंखे नहीं हैं, या जो देख नहीं सकते उनके लिए ये दुनिया कैसी होगी. दोस्तों आँख हमारे लिए सब कुछ है. अगर आंख है तो दुनिया है और आँख नहीं है तो दुनिया भी नहीं. क्यूँ?? जरा सोचिये अगर हम  एक दिन के लिए अँधा (blind) हो जाये तो फिर लाइफ का मज़ा कैसे ले पाएंगे.



        तो फ्रेंड्स मेरा कहने का मतलब यह है की आज की इस दुनिया में किसी एक व्यक्ति के बारे में बात किया जाए तो उसके पास सही से खाने के लिए समय नहीं होता है. तो सोचिये जब उनके पास खाने के लिए समय नहीं है तो वो अपने शरीर के लिए कितना समय देते होंगे. और आज की सारा सिस्टम्स मोबाइल फ़ोन लैपटॉप computers, जैसे चीज़ें से हमारे कम आसन तो ज़रूर हुए हैं लेकिन, इसके दुष्प्रभाव भी बहुत ज्यादा हैं. अगर आप मोबाइल फ़ोन के बारे में होने वाली हानि के बारे में जानना चाहते हैं तो आप ये पोस्ट पढ़ें, मोबाइल फ़ोन से होने वाली दुष्प्रभाव या मोबाइल फ़ोन के side - effect. मोबाइल फ़ोन या वैसी सारी वस्तुएं जो प्रकाश उत्पन करती हैं, ज्यादा समय तक उसे निहारना आँख के लिए हानिकारक है. तो चलिए आज की इस पोस्ट में आँखों की देखभाल कैसे की जाये या यूँ कहे तो आँखों की रौशनी कैसे बढाई जाये. इस पोस्ट में आज हम जानेंगे. तो फ्रेंड्स आपसे अनुरोध है की अगर यह पोस्ट आपको अच्छी लगती है तो अपने relatives तथा अपने दोस्तों को ज़रूर शेयर करें.

अपनी आँखों की देखभाल कैसे करें,aankho ki dekh rekh kaise karen


तो सबसे पहले जानते हैं की आँखों की रौशनी बढ़ाने के लिए क्या क्या खाना चाहिए -

गाजर

आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए गाजर का ज्यूस पीना बहुत अच्छा होता है और रोज एक ग्लास गाजर का ज्यूस पिने से आँखों का चश्मा भी इससे उतर सकता है यह बहुत ही फ़ायदेमंद होता है।

मेवे का सेवन

आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए मेवे का सेवन करने से हाई Vitamin मिलता है जो की Cholesterol को कम करता है और Cellular Membrane को स्थिर बनाकर रखता है।

बादाम दूध

कम से कम सप्ताह में तीन से चार बार बादाम वाले दूध का सेवन करे इससे आँखों की बीमारी से लड़ने के लिए Vitamin E मिलता है और इसमें आप चुटकी भर हल्दी भी मिला सकते है जिसके कारण आपकी त्वचा में निखार आएगा।

हरी सब्जियां

हरी सब्ज़ियाँ आँखों के लिए बहुत ही ज़रुरी होती है क्योंकि इनमें आयरन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जिससे आँखों की रोशनी तेजी से बढ़ती है।

अंडे

अंडे का सेवन करने से Amino Acid, Protein, Sulfur, Lectin, Lutin, और Vitamin B मिलता है और सेल के काम में Vitamin B बहुत ज़रुरी होता है।

आँवला

आंवले का सेवन करने से काफी फायदे है। इसे आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आप Diet में ले सकते है और इसका मुरब्बा बनाकर भी इसे खाया जा सकता है यह भी आँखों के लिए काफी फ़ायदेमंद होता है।


Ankho Ki Dekhbhal Kaise Karen
आँखों की देखभाल कैसे करें :-


सही आहार

आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए समय पर सही आहार लेना बहुत ज़रुरी है इसके लिए आप मछली का सेवन करे इससे आपकी आँखों की Dry Eye Syndrome की समस्या दूर हो जाएगी इसके अलावा आप पालक, अंडे का सेवन भी कर सकते है यह पोषक तत्वों से भरपूर होते है और आँखों की रोशनी को तेज करते है।

पलकें झपकाना

मुख्य तोर पर यदि देखा जाये तो जो लोग लगातार लैपटॉप, कंप्यूटर या फिर मोबाइल का उपयोग करते है वह अपनी पलकों को बार-बार नहीं झपकाते है उन्हें काम करते समय थोड़ी-थोड़ी देर में पलके झपकाते रहना चाहिए। इससे आंखे तनाव मुक्त और ताज़ा रहती है जिससे आँखों को आराम भी मिलता है।

पूरी नींद लेना

पूरी नींद लेने से आपकी आँखों के साथ-साथ आपके पुरे शरीर को भी आराम मिलेगा और कभी भी सिर दर्द, थकान, आँखों में धुँधला पन महसूस नहीं होगा और सबसे ज्यादा आपकी आँखों की मांसपेशियों को आराम मिलेगा जिससे आंखे हमेशा स्वस्थ रहेगी।

ड्राई एयर (AC)

हमेशा अपनी आँखों को AC यानि ठंडी हवा से बचाये जो सीधे आपकी आँखों पर पड़ती हो AC की सीधी पड़ने वाली ठंडी हवा से आँखों में अंधापन या कार्निया की बीमारी पैदा होने का डर रहता है

सनग्लास (चश्मा )

घर से बाहर निकलते समय या वाहन चलाते समय धुप में सनग्लास का उपयोग करे ताकि तेज धुप की किरणें आपकी आँखों पर सीधे ना पड़े और आँखों को हानि ना पहुंचे तथा सनग्लास भी युवी प्रोटेक्शन देने वाला ही पहने।

ब्राइटनेस

जब भी आप किसी इलेक्ट्रॉनिक सामान का उपयोग कर रहे हो तो उसकी ब्राइटनेस हमेशा कम रखे जैसे की मोबाइल फ़ोन, लैपटॉप आदि। इन सबका इस्तेमाल करते समय आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिये की तेज रोशनी से आपकी आँखों पर लोड ना पड़े और आपकी आँखो की सुरक्षा बनी रहे।

पानी के छींटे मारना

आँखों में डिहाइड्रेशन ना हो इसलिए ठंडे पानी से अपनी आँखों पर छींटे मारना चाहिए इससे आंखे हमेशा साफ रहेगी अगर आप कही बाहर से या लम्बे सफर से आ रहे हो तो घर जाकर ठंडे पानी से एक बार अपनी आंखे ज़रूर धोये।

व्यायाम (Exercise)

सबसे पहले सुबह उठकर आँखों का व्यायाम करने के लिए अपनी दोनों हथेलियों को एक साथ आपस में रगड़े जब हथेलियाँ गर्म हो जाए तो उसके बाद हल्के हाथो से अपनी आँखों पर रखे इस प्रक्रिया से आँखों का तनाव दूर हो जाएगा और आपकी आँखों को आराम मिलेगा।

नियमित आँखों की जांच

वर्ष में कम से कम एक या दो बार डॉक्टर से अपनी आँखों की जाँच अवश्य करवाए यह आँखों को स्वस्थ और सुन्दर रखने का सबसे अच्छा तरीका है क्योंकि इससे आँखों में होने वाली समस्या का जल्दी पता लगाया जा सकता है जिससे समय पर उस बीमारी का इलाज भी हो जाता है तथा आगे कोई काम करने में परेशानी नहीं आती।

कुच्छ आसन तरीका या व्यायाम (Exercise)  जिसे आप अपने घर पर कर सकते हैं-


  • सबसे पहले तो अपनी आँखों को दिन में चार पांच बार तेजी से झपकाएँ फिर बंद करके तेजी से तीन चार बार खोले ऐसा दिन में रोज करे।
  • घड़ी के काँटे के अनुसार अपनी आँखों को गोल-गोल घुमाये ऐसा कम से कम 5 बार रोज करे। धनिये का रस बनाकर उसे बोतल में भरकर रखे और दो बार अपनी आँखों में रोज डाले यह एक तरह का Eye Drop है जो आँखों का चश्मा उतारने में काफी फ़ायदेमंद है।
  • आँखों का चश्मा उतारने के लिए सर्दी के मौसम में गाजर का जूस बनाकर भी पी सकते है।
  • खाने में रोज़ाना सुबह शाम हरी सब्जियों का सेवन करे क्योंकि हरी सब्जियों में Vitamin आँखों को स्वस्थ और सुन्दर बनाते है और आँखों की रोशनी को बढ़ाते है।
  • आँखों को साफ और ठंडे पानी से धोये जिससे की आँखों में जमी धूल मिट्टी साफ हो जाये।
  • सुबह की ठंडी हवा से Negative Ions पैदा होते है जिससे आँखो को ठंडक मिलती है सुबह उठकर रोज घूमने अवश्य जाए ताकि आप भी स्वस्थ रहे और आपकी आंखे भी।
  • चश्मा हटाने के लिए कपालभाति, अनुलोम विलोम, जल नेति, प्राणायाम सुबह उठकर रोज करे।
  • रोज़ाना 5 से 10 मिनट तक एक पेंसिल लेकर उसे अपनी आँखों के सामने करके अपना ध्यान उस पर केंद्रित करे इस प्रक्रिया से आँखों का फोकस बढ़ता है और इसे तराकत भी कहते है।
  • खाना खाने के साथ-साथ सलाद ज़रूर खाये क्योंकि सलाद आपके पुरे शरीर के साथ-साथ आपकी आँखों की रोशनी को भी तेज करती है।
  • रात को सोते समय मिट्टी के बर्तन में त्रिफला को पानी में भिगोकर रखे और सुबह उस पानी को छानकर उससे अपनी आंखे धो ले इससे आँखों का चश्मा हटाने के लिए बहुत लाभ मिलता है।
  • आँखों का चश्मा हटाने के लिए खाने के साथ हर रोज एक आंवले का सेवन ज़रुर करे यह शरीर में होने वाली बिमारियों को दूर रखता है और आँखों के लिए लाभदायक है।
  • अखरोट के तेल से आँखों की हल्के हाथों से रोज मालिश करे इससे चश्मे का नंबर कम हो जायेगा। इससे आँखों में होने वाली खुजली से छुटकारा मिलेगा।
  • आँखों का चश्मा हटाने में और उन्हें स्वस्थ तथा सुन्दर रखने में Vitamin A ज़रूरी है इसलिए Diet लेते समय ऐसी चीजों का सेवन करे जिनमे Vitamin A की मात्रा अधिक हो।
  • हर रोज दूध के साथ 10 ग्राम इलायची और 20 ग्राम सौफ मिलाकर पिए इस प्रक्रिया को लगातार करने से आँखों की सारी बीमारियाँ ठीक हो जाती है।
  • सबसे ज़रूरी बात आज के समय में लोग सुबह उठते ही मोबाइल में लग जाते हैं यह हमारे आँखों के लिए सबसे हानिकारक है.
  • सुबह उठकर हो सके तो सबसे पहले हरे पेड़-पौधों को देखें  

Aankhon Ki Dekhbhal Kaise Kare
तो आइये अब जानते है की अपनी Eyes Ki Care Kaise Kare के बारे में-


  • सबसे पहले तो आप आँखों में नमी बनाये रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पिए इसके अलावा आँखों को पानी से धोकर भी स्वस्थ रखा जा सकता है और साथ ही फलो के ज्यूस का सेवन करे।
  • आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए सुबह उठकर नंगे पैर खुली घास पर चले और मॉर्निंग वॉक ज़रूर करे इसके साथ ही अनुलोम विलोम प्राणायाम भी करे।
  • आँखों में किसी तरह का दर्द या फिर जलन हो रही हो तो रात में सोने से पहले सरसों के तेल से पैर के तलवो की मालिश करे इससे आपको काफी लाभ मिलेगा।
  • कंप्यूटर पर काम करते समय Anti Glare Eyeglasses ज़रूर पहने ताकि हानिकारक किरणों से आपकी आँखों को कोई हानि ना पहुंचे और आँखों पर लोड ना पड़े।
  • Cotton रुई की बाल बनाकर उसे ठंडे पानी में भिगोकर अपनी आँखों की पलकों पर 5 से 10 मिनट तक रखे Cotton रुई ना हो तो आप कॉटन के साफ कपड़े का उपयोग भी कर सकते है जिससे आँखों को काफी आराम मिलेगा।
  • आँखों की देख रेख करने के लिए आप Tea Beg का उपयोग भी कर सकते है इसे आप ठंडे पानी में भिगोकर सूखा ले उसके बाद 5 से 10 मिनट तक आँखों की पलकों पर रखकर आँखों को आराम दे इससे आपकी आँखों में ताज़गी महसूस होगी।
  • आँखों के लिए खीरा खाना बहुत फ़ायदेमंद है यह आँखों में रिफ्रेशमेंट का अनुभव कराती है। इसका एक उपाय यह भी है की सबसे पहले तो आप एक खीरा ले इसके गोल-गोल छोटे-छोटे टुकड़े काट ले और दोनों आँखों की पलकों पर 10 से 15 मिनट तक रखे ताकि इससे मिलने वाली ठंडक से आपकी आंखे स्वस्थ रहे।
  • आँखों में होने वाली परेशानी को दूर करने के लिए रोज सुबह उठकर खाली पेट पालक के पत्तों का सेवन करे इससे आँखों की रोशनी बढ़ने के साथ-साथ शरीर में खून की मात्रा भी बढ़ेगी।
  • उपचार शुरू करने के पहले आँखों की जाँच आँखों के डाक्टर से करा लेनी चाहिए।  आंखे बहुत ही कोमल होती है, ठीक से देखभाल न करने पर छूत तुरन्त लगती है।
  • आँखों को साफ पानी से धोना चाहिए, सोने के पहले आँखों को साफ करें ताकि दिन भर के धूल – मैल साफ हो जाएं।
  • आँखों को पोछने के लिए धुले कपड़े का ही इस्तेमाल करें नहीं तो तुरन्त खतरनाक छूत लग सकती है।
  • सूरमा या काजल लगाने के लिए खास तरह के साफ सफाई का ही इस्तेमाल करें।
  • सड़क पर बैठे अनाड़ी लोगों को कभी भी आंखे न दिखाएँ
  • पालक, सहिजन जैसे हरे पतों वाले साग खूब खाएं
  • पीली सब्जी और फल गाजर, कुम्हारा, पपीता, आम का खूब इस्तेमाल करें ताकि रतौधी जैसे रोग न हो।
कुच्छ घरेलु उपाय जो रोजमर्रा की ज़िन्दगी में होते रहते हैं-

आँखों को चोट लगना

आँखों के किसी तरह के चोट खतरनाक हो सकती है। इससे आप अंधे भी हो सकते हैं। सफेद हिस्से पर चोट लगने पर नजर में खराबी आ सकती है। अगर चोट से आंखे लाल हो जाए तो डाक्टर को दिखाएँ।  कुछ खास समय आँखों को विशेष देखभाल की जरूरत होती है।


  • लापरवाही से पटाखा जलाने पर
  • गुल्ली डंडा खेलने पर
  • धनुष वाण चलाने पर
  • वेल्डिंग करते समय
  • किसी तरह के रसायन के इस्तेमाल के समय
  • घूंसे का चोट


उपचार

आँखों पर चोट लगने के बाद उसे मोटे नरम कपड़े से ढक दें।  अगर इस उपचार से आराम नहीं मिलता है तो डाक्टर को दिखाएँ।

बचाव


  • खाना  बनाते समय आग से दूर बैठें
  • रसायनिक खाद या अन्य चीजों के उपयोग के बाद हांथों को अच्छी तरह धो लें।
  • ध्यान रखें कि बच्चे ऐसी जगह न खेलें जहां झुकी हुई टहनियाँ या लम्बे घास उगे हों।
  • आँखों से धूल या अन्य चीजों को बाहर निकलना
  • पानी से बार-बार धोएँ
  • घुले कपड़े से आँखों की पपनियों को साफ करें
  • खुद से सफाई नहीं होती है तो डाक्टर से मिलें।
  • आंख आना, आँखों का सूजना
  • कभी-कभी आंखे गुलाबी या लाल हो जाती है। उनमें जलन होता है,पानी बहता है। सुबह उठने पर दोनों पपनियाँ आपस में चिपकी मिलती है।

उपचार :

आँखों को साफ करने के लिए एक गिलास में चुटकी भर नमक डाल कर उबाल लें और उसे ठंडा होने दें।
अपने हाथों को साबुन पानी से धो लें।
अब आँखों उबले पानी से धोएँ, दोनों पपनियों पर पानी डालें।

बचाव


  • आंख आना बड़ा छुतहा होता है
  • एक बच्चे से दूसरे बच्चे को या घर और आस पड़ोस के सभी लोगों के आंख आ सकते हैं। इसलिए रोगी को घर के अन्दर ही अलग थलग रहने दें।
  • नदी नाले में ऐसे समय न नहाएं
  • भीड़ वाली जगह न जाएं
  • संभव हो तो धूप का काला चश्मा लगाएं

रोहा(ट्रैकोमा)

रोहा रोग बहुत लम्बे समय के लिए हो जाता है।  यह महीनें या साल तक रहता है अगर जल्दी ही इसका इलाज नहीं किया जाता है तो व्यक्ति अन्धा भी हो सकता है यह रोग छुतहा होता है, मक्खियाँ इसे एक आंख से दूसरे के आंख में फैलाती हैं।

लक्षण


  • रोहा रोग के शुरू में आंखे लाल हो जाती हैं और उनसे पानी बहता है
  • लगभग एक महीने बाद आँखों के ऊपरी पुतली में छोटी-छोटी गुलाबी गिल्टियाँ बन जाती हैं
  • आँखों के सफेद हिस्से में लाली आ जाती है और जलन होती है
  • कई सालों के बाद गिल्टियाँ गायब हो जाती हैं
  • पुतलियाँ के अन्दर सफेद रंग के धब्बे छोड़ जाते हैं
  • इन धब्बों के कारण पुतलियाँ मोटी हो जाती है और आंखे पूरी तरह नहीं खुल पाती है
  • ये धब्बे बरौनियों को आंख के अन्दर मोड देती है
  • उन्हीं खरोचों से अंधापन आ जाता है।
  • कोई ऐसा जिससे आंख का तारा कट जाए
  • सफेद हिस्से पर दुखने वाला भूरा दाग
  • आँखों के दर्द  के साथ सिरदर्द या उल्टी भी हो
  • आँखों की रोशनी धीमी पड़ने लगे
  • ऐसे किसी भी हालत में आँखों के डाक्टर से जरूर मिलें।

उपचार

उपचार डाक्टर देख-रेख में ही करें।

भैंगापन

अगर छ महीने के किसी बच्चे के एक आंख कि पुतली आंख के बीच में न हो – दाएँ या बाएं हो तो वह गलत दिशा में देखेगा।  ऐसे बच्चे भेंगे हो जाते हैं।  डाक्टरी इलाज से ही इसमें सुधर लाया जा सकता है।

जरूरत है कि बचपन में बच्चों के आँखों कि डाक्टरी जांच होनी चाहिए

मोतियाबिन्द

आँखों का पीछे वाला हिस्सा धुंधला हो जाता है।

यह रोग बुढ़ापे में होता है।  ऑपरेशन करने के बाद इस रोग में सुधार होता है।

रतौंधी

यह रोग एक – पांच साल के बच्चों में बहुत होता है।  यह रोग खान-पान ठीक न रहने (विटामिन ए की कमी) से होता है।  रात में दिखाई नहीं देने वालों रोग रतौंधी होता है।

यदि शुरू में ही इलाज शुरू हो जाता है तो रोग ठीक हो जाता है नहीं तो बच्चा अंधा भी हो सकता है।

लक्षण


  • शुरू में बच्चा अंधेरे में उतनी अच्छी तरह से नहीं देख पाता है
  • धीरे-धीरे आंखे सूखने लगती है
  • आँखों का सफेद हिस्सा अपना रंग खोने लगता है
  • आखिर में आँखों पर झुरियां पड़ने लगती है
  • जैसे-जैसे रोग बढ़ता है आँखों की सूखापन बढ़ता जाता है, उनमें छोटे-छोटे गड्डे भी बन जाते हैं
  • जल्दी ही साफ सफेद हिस्सा नरम पड़ने लगता है
  • वह फूल जाता है और फट भी सकता है
  • बच्चे को दस्त काली-खांसी या टी.बी. हो सकता है
  • सभी बीमार और कम वजन वाले बच्चों की आँखों की जांच करवाएं
बचाव :-

  • स्वस्थ आंखों के लिए पौष्टिक भोजन का सेवन और व्यायाम जरूरी है।
  • स्वस्थ आंखों के लिए पर्याप्त नींद बेहद जरूरी है।
  • आठ घंटे की अच्छी नींद आंखों की रिपेयर और रिकवरी में सहायक होती है।
  • मिनरल्स और विटामिन से भरपूर हरी पत्तेदार सब्जियां और प्रोटीन युक्त आहार आंखों की रोशनी बढ़ाते हैं।
  • कार्यालयों से संबंधित अधिकतर समय कंप्यूटर स्क्रीन पर देखना पड़ता है, जिससे आंखों की रोशनी प्रभावित होती है।
  • इसलिए काम के दौरान बीच में थोड़ा विराम जरूर लें।
  • काम के दौरान हर 20 मिनट पर कम से कम 20 सेकेंड के लिए विराम लें।
  • अपनी आंखों को सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों से सुरक्षित रखें।
  • अगर हो सके तो अच्छी क्वालिटी के सनग्लासेज पहनें।
  • साल में दो बार नियमित रूप से आंखों की जांच कराये
  • ऐसा करने से आप अपनी आंखों के स्वास्थ्य के बारे में जागरूक रहेंगे।
  • इससे नेत्र संबंधी कोई समस्या होने पर सही समय पर सही कदम उठाने में मदद मिलती है।



बचाव और उपचार :

विटामिन ए वाले भोजन का अधिक इस्तेमाल करें- पपीता, गाजर, कुम्हरा, आम, टमाटर
हरी साग भी खूब खाएं

बच्चों को हर महीने विटामिन ए का घोल मुहं से पिलाएं।  डाक्टर से अलग-अलग उम्र के लिए खुराक पूछ लें।

बच्चों को दो साल तक माँ अपना दूध पिलाएं

        तो फ्रेंड्स आशा करता हूँ आँखों की देखभाल कैसे करें (aankho ki dekhbhal kaise karen) पोस्ट आपको काफी पसंद आई होगी, अगर यह पोस्ट आपको पसंद आती है तो प्लीज दोस्तों अपने relatives तथा अपने दोस्तों को ज़रूर शेयर करके उन्हें बताएं. और यह वेबसाइट LokeshTrix.com बिलकुल फ्री है आप यहाँ से बहुत कुछ सीख सकते हैं, अगर इसमें कुछ त्रुटी हो तो आप मुझे कमेंट करके बता सकते हैं या आपको यह पोस्ट कैसी लगी आप मुझे कमेंट करके बता सकते हैं. धन्यवाद ,,,